रविवार, 20 नवंबर 2011

जन्म शताब्दी वर्ष निमित्त २४ कुण्डीय गायत्री महायज्ञ



जय गुरुदेव ...... आत्मीय परिजन.......

कहते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है की गुरुदेव की जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष में हरिद्वार में दिनांक ७,८,९,१० नवम्बर के रोज १५५१ कुण्डीय महायज्ञ के साथ साथ हमारे नालासोपारा क्षेत्र में भी दिनांक ९/११/२०११ एवं १०/११/२०११ के दिन २४ कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया । इस यज्ञ की विशेषता यह है की इसमें करीबन ४००० नए परिजन समिलित हुए और इन्हें हमारी रुषी संस्कृति एवं गायत्री परिवार ,यज्ञ विज्ञानं ,गायत्रीमंत्र से ज्ञात कराया गया , लोगोने बड़े आनंद से आस्था पूर्वक इस यज्ञ का लाभ लिया , कई लोगो ने मंत्र दीक्षा ली, पुसंवन संस्कार हुए , दीप महायज्ञ का आयोजन किया गया , भंडारा किया गया .

इस कार्यक्रम में ९९९९ पवित्र नदियों के जल एवं २४ पावन तीर्थो की रज से यज्ञ कुंडो का निर्माण हुआ ......जो इस कार्यक्रम की विशेषता रही , प्रसाद के रूप में इस पवित्र जल को यज्ञ में समिलित परिजनों के घर में स्थापित किया गया . कलश यात्रा शांति पूर्वक सिर्फ गायत्री मंत्र का एकस्वर में उच्चारण करते हुए की संपन की गयी.

हमें अत्यंत हर्ष है की गुरुदेव की जन्म शताब्दी के उपलक्ष में २४ कुण्डीय महायज्ञ शांति पूर्वक एवं भावनात्मक तरीके से संपन हुआ.

आपकी सेविका बहन
श्रीमती तरुलता निलेश पटेल





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