सोमवार, 18 अक्तूबर 2010







आत्मीय परिजन.....
जय गुरुदेव.....

सभी परिजनोको दशहरे की शुभ कामनाए
हमारे नालासोपारा क्षेत्र में नवरात्री का त्यौहार बड़े उत्साह से मनाया जाता है, हमारे यहाँ सर्व भाषीय एवं सर्व धर्म के लोग मिल कर यह त्यौहार मानते है, बड़े बड़े पंडालो में दुर्गा माता की मूर्ति का स्थापन होता है , और गुजरात के लोक नृत्य गरबा एवं रास का आयोजन होता है , गायत्री परिवार नालासोपारा ने इस बार नवरात्री के प्रत्येक दिन ऐसे पंडालो में दीप यज्ञ का आयोजन किया था, कार्यक्रम का सञ्चालन श्री इंगले बाबूजी एवं श्री हेमराज जी के द्वारा हुआ था , इस प्रकार गायत्री का प्रचार प्रसार किया गया, ज्ञान रथ हर पंडाल के पास लेजा कर गुरु प्रसाद का वितरण किया गया , इसमें हमारे माननीय श्री सुरेन्द्रनाथ दुबे जी एवं श्री के के द्विवेदीजी का अमूल्य सहयोग रहा।

कार्यक्रम की पूर्णाहुति शक्तिपीठ एवं अनेक जगह दसहरे के शुभ दिवस गायत्री महायज्ञ के द्वारा की गयी ,"बड़े बड़े कार्यक्रम में भीड़ इकठ्ठा करने की बजाय छोटे छोटे दैनिक कार्यक्रम करने से प्रचार अच्छा होता है ."

आपकी सेविका बहन

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